ईरान, जिसे आधिकारिक तौर पर ईरान इस्लामी गणराज्य के नाम से जाना जाता है, पश्चिमी एशिया में स्थित एक महत्वपूर्ण देश है। इसकी राजधानी तहरान है, जो देश का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण शहर है। ईरान का क्षेत्रफल लगभग 1.648 मिलियन वर्ग किलोमीटर है, जो इसे दुनिया का 18वां सबसे बड़ा देश बनाता है। इसके पड़ोसी देश इराक, तुर्की, आर्मेनिया, अजरबैजान, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान, और पाकिस्तान हैं, जबकि इसके दक्षिण में फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी हैं।
ईरान की आधिकारिक मुद्रा ईरानी रियाल (IRR) है। यह देश अपनी प्राचीन सभ्यता, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की भाषा फारसी है, जिसे स्थानीय रूप से फ़ार्सी कहा जाता है। ईरान एक इस्लामी गणराज्य है, जहां की राजनीति और सामाजिक जीवन में इस्लाम का महत्वपूर्ण स्थान है।
ईरान की अर्थव्यवस्था मुख्यतः तेल और गैस निर्यात पर निर्भर है, और यह दुनिया के प्रमुख तेल उत्पादक देशों में से एक है। इसके अलावा, देश में कृषि, उद्योग और सेवाओं का भी महत्वपूर्ण योगदान है। ईरान के प्रमुख शहरों में तहरान के अलावा मशहद, इस्फहान, शीराज और तब्रीज़ शामिल हैं, जो अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाने जाते हैं।
ईरान की सांस्कृतिक धरोहर में कई प्राचीन स्थल शामिल हैं, जैसे कि पर्सेपोलिस, जो कि अचेमेनिड साम्राज्य की राजधानी थी। यहां कई ऐतिहासिक मस्जिदें, म्यूजियम, और उद्यान भी हैं। ईरान का संगीत, साहित्य, कला और वास्तुकला भी दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं।
देश की राजनीतिक संरचना में राष्ट्रपति, संसद (मजलिस), और एक सर्वोच्च नेता शामिल हैं, जो देश के धार्मिक और राजनीतिक मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ईरान का संविधान इस्लामी सिद्धांतों पर आधारित है, और यहां का कानूनी सिस्टम शरिया कानून के तहत काम करता है।
कुल मिलाकर, ईरान एक विविध और महत्वपूर्ण देश है, जिसकी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्थिक धरोहर दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है।
कंटेंट की टॉपिक
ईरान का इतिहास
ईरान का इतिहास हजारों साल पुराना है और इसमें कई प्रमुख साम्राज्यों और संस्कृतियों का योगदान है। ईरान की सभ्यता का आरंभ प्राचीन काल में होता है जब यहां पर पहली बार एलामाइट सभ्यता विकसित हुई। इसके बाद 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में अचेमेनिड साम्राज्य की स्थापना हुई, जिसे साइरस महान ने स्थापित किया। यह साम्राज्य अपने समय का सबसे बड़ा साम्राज्य था और इसमें मिस्र से लेकर भारत तक के क्षेत्र शामिल थे।
इसके बाद ईरान पर अलेक्जेंडर महान ने आक्रमण किया और अचेमेनिड साम्राज्य का अंत कर दिया। अलेक्जेंडर की मृत्यु के बाद सेल्यूकिड साम्राज्य का उदय हुआ। इसके बाद पार्थियन और फिर सासानी साम्राज्य ने ईरान पर शासन किया। सासानी साम्राज्य के समय ईरान एक प्रमुख सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र बन गया।
7वीं शताब्दी में इस्लामिक आक्रमणों के साथ सासानी साम्राज्य का पतन हुआ और ईरान में इस्लाम का प्रसार हुआ। इसके बाद ईरान कई इस्लामिक खलीफाओं और साम्राज्यों के अधीन रहा, जैसे उमय्यद, अब्बासी, और बाद में सेल्जुक और ख्वारिज्मी साम्राज्य।
13वीं शताब्दी में मंगोल आक्रमण ने ईरान को प्रभावित किया और इसे इलखानाते साम्राज्य का हिस्सा बना दिया। इसके बाद तैमूर लंग ने ईरान पर आक्रमण किया और तैमूरी साम्राज्य की स्थापना की। 16वीं शताब्दी में सफवीद साम्राज्य का उदय हुआ, जिसने शिया इस्लाम को राज्य धर्म के रूप में स्थापित किया और ईरान की राष्ट्रीय पहचान को मजबूत किया।
18वीं शताब्दी में अफशरीद और बाद में कजर साम्राज्य ने ईरान पर शासन किया। 20वीं शताब्दी की शुरुआत में, रेजा शाह पहलवी ने सत्ता संभाली और आधुनिक ईरान की नींव रखी। 1979 में इस्लामिक क्रांति के बाद, शाह का शासन समाप्त हो गया और ईरान इस्लामिक गणराज्य बना, जिसमें अयातुल्ला खोमेनी प्रमुख नेता बने।
इस्लामिक गणराज्य बनने के बाद से, ईरान ने कई आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना किया है, जिसमें 1980-1988 का ईरान-इराक युद्ध, आर्थिक प्रतिबंध, और राजनीतिक तनाव शामिल हैं। आज, ईरान एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय शक्ति है और इसकी समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर इसे दुनिया के प्रमुख देशों में से एक बनाती है।
ईरान की संस्कृति
ईरान की संस्कृति प्राचीन और विविध है, जिसमें हजारों वर्षों की सभ्यता का योगदान है। यहाँ की संस्कृति का विकास विभिन्न ऐतिहासिक, धार्मिक, और सामाजिक प्रभावों के तहत हुआ है। फारसी संस्कृति ने साहित्य, कला, संगीत, और वास्तुकला में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जो न केवल ईरान बल्कि पूरी दुनिया में मान्यता प्राप्त है।
फारसी भाषा और साहित्य ईरानी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। कवियों जैसे रूमी, फिरदौसी, हाफ़िज़, और सआदी ने फारसी साहित्य को समृद्ध किया है। उनकी रचनाएँ आज भी अध्ययन और प्रशंसा का विषय हैं। “शाहनामा” जैसे महाकाव्य ने फारसी साहित्य को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है।
ईरानी कला और वास्तुकला भी बहुत प्रतिष्ठित है। इस्लामी काल में मस्जिदों की वास्तुकला, जैसे इस्फहान की शेख लोतफोल्लाह मस्जिद और तहरान की गोलस्तान पैलेस, अद्वितीय हैं। ईरानी कालीन और हस्तशिल्प भी विश्व प्रसिद्ध हैं, जिनकी गुणवत्ता और डिज़ाइन उत्कृष्ट मानी जाती है।
संगीत भी ईरान की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पारंपरिक फारसी संगीत, जिसमें विभिन्न वाद्य यंत्रों का उपयोग होता है, जैसे तार, सन्तूर और नेय, बहुत ही लोकप्रिय है। संगीत और नृत्य के पारंपरिक रूप, जैसे पारसी नृत्य, विशेष अवसरों और त्योहारों पर प्रस्तुत किए जाते हैं।
ईरानी खाना भी विशेष रूप से लोकप्रिय है, जिसमें विभिन्न प्रकार के पकवान शामिल हैं। यहाँ की खाने में चावल, मांस, सब्जियाँ, और मसालों का व्यापक उपयोग होता है। कुछ लोकप्रिय व्यंजन हैं चेले कबाब, फेसेनजन, घोर्मे सब्जी, और बागली पोलो। इसके अलावा, ईरानी मिठाइयाँ, जैसे बकलावा और फिरनी, भी बहुत प्रसिद्ध हैं।
त्योहार भी ईरानी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। नववर्ष का त्योहार नवरोज़, जो कि वसंत विषुव पर मनाया जाता है, ईरान का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। इसके अलावा, रमजान, महरगान, और यल्दा नाइट जैसे त्योहार भी प्रमुख हैं। नवरोज़ के समय लोग अपने घरों को सजाते हैं, विशेष खाने बनाते हैं, और पारंपरिक कपड़े पहनते हैं।
ईरानी समाज में परिवार और सामाजिक संबंधों का महत्वपूर्ण स्थान है। विवाह और परिवार के रीति-रिवाज और परंपराएँ बहुत महत्वपूर्ण हैं और इन्हें बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। परिवार के बड़े-बुजुर्गों का सम्मान और मेहमाननवाज़ी ईरानी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
सांस्कृतिक रूप से, ईरान ने विभिन्न धर्मों और विचारधाराओं का स्वागत किया है, जिसमें इस्लाम, ज़रथुश्त्रवाद, यहूदी धर्म, और ईसाई धर्म शामिल हैं। इन सभी धार्मिक और सांस्कृतिक प्रभावों ने ईरानी संस्कृति को समृद्ध और विविध बनाया है। कुल मिलाकर, ईरान की संस्कृति अपनी प्राचीन जड़ों और विविधता के कारण विश्व स्तर पर अद्वितीय और महत्वपूर्ण मानी जाती है।
ईरान का भौगोलिक वर्णन
ईरान पश्चिमी एशिया में स्थित एक विशाल और विविध भौगोलिक क्षेत्र है। इसका क्षेत्रफल लगभग 1.648 मिलियन वर्ग किलोमीटर है, जिससे यह दुनिया का 18वां सबसे बड़ा देश बनता है। इसके पड़ोसी देश इराक, तुर्की, आर्मेनिया, अजरबैजान, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान, और पाकिस्तान हैं, जबकि इसके दक्षिण में फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी हैं।
ईरान का भौगोलिक परिदृश्य बहुत विविध है और इसमें पहाड़, रेगिस्तान, जंगल, और तटीय क्षेत्र शामिल हैं। पश्चिम में ज़ाग्रोस पर्वत श्रृंखला और उत्तर में एल्बुर्ज पर्वत श्रृंखला स्थित है। दामावंद पर्वत, जो एल्बुर्ज श्रृंखला का हिस्सा है, ईरान का सबसे ऊँचा शिखर है और इसकी ऊंचाई लगभग 5,610 मीटर है।
देश के केंद्रीय भाग में एक विशाल रेगिस्तान क्षेत्र है, जिसमें दो मुख्य रेगिस्तान शामिल हैं: दाश्त-ए-कवीर और दाश्त-ए-लूत। ये रेगिस्तान क्षेत्र बहुत शुष्क और गर्म होते हैं और यहां की जलवायु अत्यंत कठोर होती है।
उत्तर में कैस्पियन सागर का तटीय क्षेत्र है, जहाँ की जलवायु अपेक्षाकृत नम और हरियाली से भरी होती है। दक्षिण में फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी के तटीय क्षेत्र हैं, जो समुद्री जलवायु से प्रभावित होते हैं।
ईरान की प्रमुख नदियाँ कारून, करखेह, और ज़ायांदेह रूद हैं। कारून नदी ईरान की सबसे लंबी नदी है और यह देश के दक्षिण पश्चिमी भाग में बहती है।
ईरान में कई महत्वपूर्ण झीलें भी हैं, जिनमें सबसे प्रमुख कैस्पियन सागर है, जो वास्तव में एक विशाल अंतर्देशीय समुद्र है। इसके अलावा उरमिया झील, जो कभी दुनिया की सबसे बड़ी नमक झीलों में से एक थी, आज सूखने के कगार पर है।
ईरान की जलवायु विविध है, जो क्षेत्र के आधार पर भिन्न होती है। उत्तर में कैस्पियन सागर के किनारे की जलवायु नम और हल्की होती है, जबकि दक्षिण के तटीय क्षेत्रों में गर्म और आर्द्र जलवायु होती है। पहाड़ी क्षेत्रों में ठंडी और बर्फीली जलवायु होती है, जबकि मध्य और दक्षिणी रेगिस्तान क्षेत्रों में अत्यंत गर्म और शुष्क जलवायु होती है।
कुल मिलाकर, ईरान का भौगोलिक परिदृश्य बहुत विविध और समृद्ध है, जिसमें विभिन्न प्रकार की जलवायु और प्राकृतिक विशेषताएं शामिल हैं।
ईरान के पड़ोसी देश कौन कौन से है?
ईरान के पड़ोसी देश निम्नलिखित हैं:
- इराक (पश्चिम)
- तुर्की (उत्तर पश्चिम)
- आर्मेनिया (उत्तर पश्चिम)
- अजरबैजान (उत्तर)
- तुर्कमेनिस्तान (उत्तर पूर्व)
- अफगानिस्तान (पूर्व)
- पाकिस्तान (दक्षिण पूर्व)
इसके अलावा, ईरान के दक्षिण में फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी भी हैं, जो इसे समुद्री सीमाओं से जोड़ती हैं।
ईरान की भाषा क्या है?
ईरान की आधिकारिक भाषा फारसी (Persian) है, जिसे स्थानीय रूप से फ़ारसी (Farsi) कहा जाता है। फारसी भाषा ईरान में सबसे व्यापक रूप से बोली और समझी जाती है और सरकारी, शैक्षिक, और सांस्कृतिक क्षेत्रों में प्रमुख भूमिका निभाती है। फारसी के अलावा, ईरान में कई अन्य भाषाएं और बोलियाँ भी बोली जाती हैं, जिनमें अजरबैजानी, कुर्दिश, लुरी, बलूची, अरबिक, तुर्कमेन, और गिलाकी शामिल हैं। ये भाषाएं विभिन्न जातीय और क्षेत्रीय समुदायों के बीच प्रचलित हैं।
ईरान की मुद्रा क्या है?
ईरान की मुद्रा रियाल (Iranian Rial) है। इसका चिह्न IR है। रियाल को 100 दराम (Dirham) में विभाजित किया जाता है। इसके अलावा, कुछ व्यापारिक लेवल पर ईरान में दूसरी मुद्रा भी प्रचलित है, जैसे कि यूरो या अमरीकी डॉलर।
रियाल के सिक्के और नोट विभिन्न मानकों में उपलब्ध हैं, जिनमें 50, 100, 500, 1000, 2000, 5000, 10,000, 20,000, 50,000 और 100,000 रियाल के नोट शामिल हैं। रियाल का उपयोग ईरान में सामाजिक, आर्थिक और व्यापारिक लेवल पर होता है।
ईरान का पुराना नाम क्या है?
ईरान का पुराना नाम ‘पर्सिया’ (Persia) है। यह नाम ऐतिहासिक रूप से उस समय का उपयोग होता था जब दक्षिण-पश्चिमी एशिया के इस क्षेत्र को ‘पर्सिया’ के नाम से जाना जाता था। अन्य भाषाओं में भी यह नाम प्रचलित रहा है, जैसे कि अंग्रेज़ी में ‘Persia’ और अरबी में ‘فارس’ (Fārs)।
Iran के मुख्य शहर और उनके बारे में
ईरान के मुख्य और महत्वपूर्ण शहरों में निम्नलिखित शहर शामिल हैं:
- तहरान (Tehran): तहरान ईरान की राजधानी है और यह देश का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण शहर है। यह शहर ईरान की आर्थिक, प्रशासनिक, और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है। तहरान में व्यापार, सरकारी दफ्तर, बैंक, कंपनियां, और बहुत सारी सांस्कृतिक संगठनें स्थित हैं।
- मशहद (Mashhad): मशहद ईरान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और इसे ईरान का धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है। यहाँ पर शिया मुसलमानों के लिए महत्वपूर्ण मस्जिद हैं, जैसे कि इमाम रेज़ा मस्जिद।
- इस्फहान (Isfahan): इस्फहान ईरान का तीसरा सबसे बड़ा शहर है और यह एक प्रमुख ऐतिहासिक और सांस्कृतिक केंद्र है। इस्फहान में कई ऐतिहासिक इमारतें, मस्जिदें, बाग़-बागीचे, और फ़ौवार स्थित हैं।
- शिराज (Shiraz): शिराज एक और महत्वपूर्ण शहर है जो कि सांस्कृतिक और अदाबी धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर साड़ी सुफ़ी के मज़ार और ख्वाज़ा शम्स-उद-दीन मोहम्मद हफ़ीज़ का मक़बरा स्थित है।
- तबरीज़ (Tabriz): तबरीज़ उत्तरी ईरान में स्थित है और यह एक औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्र है। यह शहर भी ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है और यहाँ पर कई प्राचीन इमारतें और ऐतिहासिक स्थल हैं।
ईरान में यातायात सुविधा कैसी है?
ईरान में यातायात सुविधाएँ विविधता और विभिन्न प्रकारों में उपलब्ध हैं। यहाँ कुछ मुख्य यातायात सुविधाएँ हैं:
- बस सेवा: ईरान में शहरों के बीच और शहरों के अंतर्गत बस सेवाएं उपलब्ध हैं। तहरान, मशहद, इस्फहान, और अन्य महत्वपूर्ण शहरों में अच्छी बस संचालन होती है।
- मेट्रो: तहरान में मेट्रो रेलवे सेवाएं हैं जो शहर के विभिन्न हिस्सों को जोड़ती हैं। मेट्रो तहरान के यातायात को सुगम बनाती है और भीड़ और यात्रा की समस्याओं को कम करती है।
- टैक्सी: शहरों में टैक्सी सेवाएं भी उपलब्ध हैं, जो कीमत में विशेषता और लक्ष्यों के अनुसार भिन्न हो सकती हैं।
- रिक्शा: कुछ शहरों में रिक्शा सेवाएं भी हैं, जो छोटे दूरी की यात्रा के लिए उपयुक्त होती हैं।
- ऑटोमोबाइल: ईरान में व्यक्तिगत वाहन का उपयोग भी प्रचलित है, लेकिन शहरों में ट्रैफिक भारी हो सकता है।
- हवाई सेवा: ईरान में कई अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय हवाई उड़ान सेवाएं हैं, जो शहरों को अन्य देशों और ईरान के अंदर जोड़ती हैं।
ईरान में यातायात सुविधाएँ भारतीय शहरों की तुलना में अलग हैं, लेकिन विभिन्न विकल्पों के माध्यम से लोगों को यात्रा करने का विकल्प मिलता है।
ईरान की आर्थिक परिस्थिति
ईरान की आर्थिक परिस्थिति वर्तमान में चुनौतीपूर्ण है। यहाँ कुछ मुख्य कारक और परिस्थितियाँ हैं:
- अर्थव्यवस्था: ईरान की अर्थव्यवस्था में व्यापक संकट और मुद्दे हैं। अमेरिका द्वारा लगाए गए सख्त आर्थिक प्रतिबंधों ने ईरान की अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव डाला है। अर्थव्यवस्था में अवरोधों, विपणन की कमी, और निवेशों में कमी के समस्याएं हैं।
- मुद्रा और मुद्रास्फीति: ईरान की मुद्रा, ईरानी रियाल, में दर्जनों बार मुद्रास्फीति हुई है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और लोगों की जीवन दरें प्रभावित हुई हैं।
- रोजगार: बेरोजगारी और व्यापारिक गतिविधियों में कमी भी एक समस्या है। खासकर युवाओं के बीच बेरोजगारी की दर उच्च है।
- अन्य आर्थिक समस्याएं: अन्य आर्थिक समस्याएं में उच्च महंगाई दरें, आय और संपत्ति के असमान वितरण, और सरकारी अधिकारों में भ्रष्टाचार की समस्याएं शामिल हैं।
ईरान की सरकार ने अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कई नीतियों को अपनाया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव और आंतरिक चुनौतियों के कारण आर्थिक स्थिति में सुधार में लंबी प्रक्रिया है।
ईरान के लोग किस धर्म को मानते है?
ईरान के लोगों में प्रमुख धर्म इस्लाम है, और विशेष रूप से वहां शिया मुस्लिम समुदाय बहुमत में हैं। इस्लाम ईरान में राजनीतिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। लगभग 90% से अधिक लोग शिया मुस्लिम हैं, जबकि बाकी लोग सूनी मुस्लिम हैं।
इसके अलावा, ईरान में कुछ हिंदू, यहूदी, और ख्रिस्ती समुदाय भी हैं, लेकिन वे अल्पसंख्यक हैं। यहां पर इस्लाम के भिन्न-भिन्न मज़हबों के अनुयायी भी हैं, जिनमें बोह्रा, अहमदिया, और बहाई जैसे समुदाय शामिल हैं।
ईरान के बारे में रोचक जानकारियां
ईरान के बारे में कुछ रोचक और अनोखी जानकारियाँ निम्नलिखित हैं:
- प्राचीन सभ्यता: ईरान की सभ्यता दुनिया की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है। यहाँ पर पहली बार कृषि और शहरों का विकास हुआ था। ज़ेरथुश्र (ज़रोआस्ट्रियनिज्म) ईरान में उत्पन्न हुई थी, जो विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है।
- पर्सेपोलिस: पर्सेपोलिस, जो कि एक प्राचीन अचेमेनियन साम्राज्य की राजधानी थी, यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। यह स्थल फारसी साम्राज्य के सबसे भव्य स्थापत्य के उदाहरणों में से एक है।
- कैस्पियन सागर: ईरान का हिस्सा कैस्पियन सागर, दुनिया का सबसे बड़ा अंतर्देशीय जल निकाय है। यह समुद्र मछली पकड़ने और पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण है।
- प्रसिद्ध साहित्य: फारसी साहित्य में कई विश्व प्रसिद्ध कवि शामिल हैं, जैसे कि रूमी, हाफिज़, और सआदी। उनकी कविताएँ न केवल ईरान में बल्कि पूरे विश्व में पढ़ी जाती हैं।
- यहूदी और क्रिश्चियन समुदाय: ईरान में यहूदी और ईसाई समुदाय भी हैं, जो यहाँ सैकड़ों सालों से रह रहे हैं। तेहरान में यहूदी समुदाय का एक पुराना और ऐतिहासिक इलाका है जिसे ‘जोहारी’ कहा जाता है।
- नवरोज़: नवरोज़, जो कि ईरानी नववर्ष का त्योहार है, विश्व धरोहर के रूप में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह वसंत विषुव पर मनाया जाता है और ईरानी संस्कृति का एक प्रमुख हिस्सा है।
- मस्जिदों का धरोहर: ईरान में कई ऐतिहासिक और खूबसूरत मस्जिदें हैं, जैसे कि इस्फहान की शेख लोतफोल्लाह मस्जिद और शीराज की नासिर अल-मुल्क मस्जिद, जो अपने रंगीन कांच के काम और सुंदर डिजाइन के लिए प्रसिद्ध हैं।
- रेत के रेगिस्तान: ईरान के कुछ हिस्से रेगिस्तानी इलाकों से भरे हैं, जैसे कि दाश्त-ए-लूत और दाश्त-ए-कवीर। ये रेगिस्तान अपने अद्वितीय भौगोलिक संरचनाओं और गर्म जलवायु के लिए जाने जाते हैं।
- ईरानी खाना: ईरानी खाना अपने मसालेदार स्वाद और विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के प्रमुख व्यंजन हैं, जैसे फेसेनजन (नारंगी और अखरोट की ग्रेवी में चिकन), घोर्मे सब्ज़ी (हरा साग और बीन्स का पकवान), और बागली पोलो (चावल और हरी सब्ज़ियों का पकवान)।
- विनम्रता और मेहमाननवाजी: ईरानी लोग अपनी मेहमाननवाजी और विनम्रता के लिए जाने जाते हैं। यहाँ के लोग अपने मेहमानों का स्वागत करना बहुत पसंद करते हैं और यह उनके संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
ये कुछ विशेषताएँ हैं जो ईरान को उसके अनोखे और विविधतापूर्ण चरित्र में अद्वितीय बनाती हैं।
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