भारत एक ऐसा देश है, जहाँ अनेक धर्म, संस्कृतियाँ और परंपराएँ के लोग एक साथ रहते हैं। यहाँ विभिन्न त्यौहार मनाए जाते हैं, जो न केवल धार्मिक भावनाओं को दर्शाते हैं, बल्कि लोगों के बीच भाईचारा, प्रेम और एकता का भी संदेश देते हैं। भारत के कुछ प्रमुख त्यौहारों की सूची और उनके बारे में जानकारी निम्नलिखित है:
दीवाली (दीपावली)
दीवाली हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है, जो भगवान राम के अयोध्या लौटने और रावण पर विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसे प्रकाश का त्योहार भी कहा जाता है, क्योंकि लोग इस दिन अपने घरों को दीपों से सजाते हैं। यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन दीयों की सजावट, लक्ष्मी पूजन, पटाखे जलाना, और मिठाइयों का वितरण होता है।
होली रंगों का त्योहार है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार प्रह्लाद और होलिका की पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाई जाने वाली होली में रंगों से खेला जाता है, होलिका दहन होता है, और मिठाई का वितरण किया जाता है।
रक्षा बंधन (राखी)
रक्षा बंधन भाई-बहन के पवित्र संबंध को समर्पित त्योहार है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई उसकी रक्षा का वचन देता है। यह श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन राखी बांधना, उपहार देना, तिलक और आरती जैसे अनुष्ठान होते हैं।
दशहरा (विजयादशमी)
दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, और यह भगवान राम द्वारा रावण के वध के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह नवरात्रि के दसवें दिन मनाया जाता है। इस दिन रावण दहन, रामलीला का आयोजन, और देवी दुर्गा की पूजा की जाती है।
नवरात्रि
नवरात्रि का त्योहार देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए मनाया जाता है। यह पर्व नौ दिनों तक चलता है और दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। अश्विन और चैत्र मास में नौ दिनों तक देवी की पूजा, उपवास, गरबा और डांडिया नृत्य का आयोजन होता है।
गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और दस दिनों तक पूजा-अर्चना करते हैं। यह भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन गणेश प्रतिमा की स्थापना, पूजा, और विसर्जन का आयोजन होता है।
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का पर्व है, जो पूरे भारत में विभिन्न नामों और रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। इसे फसलों की कटाई के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। यह जनवरी 14 या 15 को मनाया जाता है। इस दिन तिल-गुड़ का सेवन, पतंग उड़ाना, स्नान और दान जैसे अनुष्ठान होते हैं।
ईद-उल-फितर
ईद-उल-फितर मुस्लिम धर्म का प्रमुख त्योहार है, जो रमज़ान के महीने के समाप्त होने पर मनाया जाता है। यह त्याग और उपवास का पर्व है। चाँद दिखने के अनुसार इस दिन नमाज़ अदा करना, ज़कात (दान) देना, और मिठाइयाँ बांटना होता है।
गुरुपर्व
गुरुपर्व सिख धर्म के दस गुरुओं के जन्मदिन या जयंती के रूप में मनाया जाता है, खासकर गुरु नानक देव जी के जन्मदिन पर। यह कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन गुरुद्वारों में कीर्तन, लंगर, और प्रभात फेरी का आयोजन होता है।
क्रिसमस
क्रिसमस ईसाई धर्म का प्रमुख त्योहार है, जो प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन चर्च में प्रार्थना, क्रिसमस ट्री सजाना, और उपहार देने जैसे अनुष्ठान होते हैं।
महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का पर्व है, जो शिव और पार्वती के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह फाल्गुन मास की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन व्रत रखना, शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाना, और रात्रि जागरण का आयोजन होता है।
ओणम
ओणम केरल का प्रमुख त्योहार है, जो राजा महाबली की स्मृति में मनाया जाता है। यह फसल कटाई का पर्व भी है। यह चिंगम मास (अगस्त-सितंबर) में मनाया जाता है। इस दिन फूलों की सजावट (पुकलम), नौका दौड़, और विशेष भोज (सद्या) का आयोजन होता है।
जनमाष्टमी
जनमाष्टमी भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग उपवास रखते हैं और भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का स्मरण करते हैं। यह भाद्रपद मास की अष्टमी को मनाया जाता है। इस दिन उपवास, झांकियाँ निकालना, और मटकी फोड़ना जैसे अनुष्ठान होते हैं।
बकरीद (ईद-उल-अधा)
बकरीद, जिसे ईद-उल-अधा के नाम से भी जाना जाता है, मुस्लिम धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जो कुर्बानी का प्रतीक है। यह हजरत इब्राहीम द्वारा अपने पुत्र की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है। इस्लामी कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार मनाया जाता है। इस दिन नमाज़ अदा करना, कुर्बानी देना, और गरीबों को भोजन और कपड़े दान करना जैसे अनुष्ठान होते हैं।
लोहड़ी उत्तर भारत, विशेषकर पंजाब में मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है। यह फसल कटाई का त्योहार है और मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाया जाता है। यह जनवरी 13 को मनाया जाता है। इस दिन अग्नि पूजा, रेवड़ी, मूँगफली और मक्का का सेवन जैसे अनुष्ठान होते हैं।
ये त्यौहार भारतीय संस्कृति की धरोहर को प्रदर्शित करते हैं, जो विभिन्न धर्मों और समुदायों को एक साथ लाने का काम करते हैं।
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