• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar

InHindiHelp

बेस्ट हिंदी ब्लॉग

  • Paise Kaise Kamaye
  • Beginners Guide
  • WordPress
    • WordpPress Plugins
    • WordPress Guide
    • WordpPress Themes
  • How To
  • Best Apps
  • Education
  • Lekh
  • SEO Tips Hindi
Home » RAM Kya Hai | रैम क्या है और इसका कार्य क्या है?

RAM Kya Hai | रैम क्या है और इसका कार्य क्या है?

May 12, 2023 by AMAN SINGH Leave a Comment

Advertisements

RAM Kya Hai:- “रैम” या “Random Access Memory” एक प्रकार का कंप्यूटर मेमोरी होती है जो कंप्यूटर के साथ लगी होती है और जिसका उपयोग डेटा और प्रोग्रामों को अस्थायी रूप से स्टोर करने के लिए किया जाता है।

इसमें स्टोर डेटा और प्रोग्रामों को तुरंत एक्सेस करने के लिए उपयोग किया जाता है। कंप्यूटर बंद होने पर रैम की सभी डेटा डिलीट हो जाती है।

आज इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा RAM क्या है (What is RAM in Hindi), तो चलिए शुरू करते है और जानते है रैम क्या है और इसका कार्य क्या है और यह कितने प्रकार का होता है?

कंटेंट की टॉपिक

  • RAM Kya Hai – Ram क्या है in Hindi?
  • RAM का कार्य क्या है?
  • रैम की मुख्य विशेषता क्या है?
  • रैम के प्रकार क्या हैं?
  • RAM कैसे काम करता है?
  • बहुत ज्यादा रैम लगाने से क्या होता है?
  • RAM और ROM में क्या अंतर हैं?
  • मोबाइल रैम और कंप्यूटर रैम में क्या अंतर है?
  • RAM संबंधित प्रश्न और उनके उत्तर (FAQ)
    • RAM Kya Hai
    • RAM का Full Form क्या है
    • RAM किस तरह की मेमोरी है
    • RAM कितने प्रकार की होती है
  • आखरी सोच

RAM Kya Hai – Ram क्या है in Hindi?

रैम (RAM) का पूरा नाम Random Access Memory है। रैम एक प्रकार का कंप्यूटर मेमोरी होता है जो कंप्यूटर में डेटा या जानकारी स्टोर करता है। यह कंप्यूटर में स्थायी रूप से इंस्टॉल नहीं होता है, बल्कि यह कंप्यूटर के चालू होने पर काम करता है। जब कंप्यूटर को बंद किया जाता है, तो रैम से सभी डेटा और जानकारी डिलीट जाती है। रैम की स्पीड काफी तेज होती है जिससे कंप्यूटर की परफॉर्मेंस क्षमता बढ़ जाती है।

सभी कंप्यूटर में रैम इंस्टॉल रहता है। जब तक कंप्यूटर चलता है, तब तक रैम में स्टोर किया गया डेटा उपलब्ध रहता है। हालांकि, जब कंप्यूटर को बंद कर दिया जाता है, तो रैम से स्टोर सभी डेटा गायब हो जाते हैं।

चुकी अब आप अच्छे से समझ गए होंगे RAM Kya Hai है, अब चलिए मैं आपको बताता हूं रैम का क्या कार्य है और इसका विशेषता क्या है और रैम कितने प्रकार के होते है।

Advertisements

RAM का कार्य क्या है?

RAM (Random Access Memory) का कार्य होता है कि यह कंप्यूटर सिस्टम में चल रहे सभी प्रोग्रामों और एप्लिकेशन्स के लिए टेम्पोररी स्टोरेज के रूप में काम करता है। RAM में स्टोर किए गए डेटा को तुरंत एक्सेस किया जा सकता है, जिससे सिस्टम की कार्यक्षमता बढ़ती है।

जब आप अपने कंप्यूटर पर कोई प्रोग्राम या एप्लिकेशन चलाते हैं, तो उसे रैम में लोड किया जाता है ताकि उसे तेजी से एक्सेस किया जा सके। जब आप एक प्रोग्राम को बंद करते हैं, तो उसका डेटा रैम से डिलीट कर दिया जाता है ताकि रैम में उपलब्ध स्पेस से नए डेटा को स्टोर किया जा सके।

इसलिए, RAM का कार्य है कि यह सिस्टम के द्वारा उपयोग किए जाने वाले सभी डेटा को स्टोर रखे और उन्हें तेजी से एक्सेस करने में मदद करता है। रैम का आकार बढ़ाने से सिस्टम की कार्यक्षमता बढ़ती है क्योंकि ज्यादा रैम होने से बड़े और जटिल प्रोग्रामों और एप्लिकेशन्स के लिए भी जगह बढ़ जाती है जो कि उन्हें तेजी से चलाने में मदद करता है।

रैम की मुख्य विशेषता क्या है?

आमतौर पर रैम (RAM) के निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं:

1. कार्यक्षमता (Capacity): रैम की कार्यक्षमता डेटा की संख्या को निर्धारित करती है। ज्यादा कार्यक्षमता वाले रैम आपको अधिक संख्या में प्रोग्राम चलाने में मदद करते हैं।

Advertisements

2. गति: RAM की गति मीटर/सेकंड (MHz) में मापी जाती है और यह बताती है कि रैम कितनी तेज़ी से डेटा को पढ़ सकता है। जितनी अधिक गति होगी, उतना ही तेज़ी से डेटा पढ़ा जा सकता है।

3. प्रकार: RAM के कई प्रकार होते हैं जैसे SRAM (Static Random Access Memory) और DRAM (Dynamic Random Access Memory)। एसआरएम अधिक तेज होता है और डीआरएम सस्ता होता है, लेकिन डीआरएम बेहतर स्टोरेज के साथ आता है।

4. कन्फ़िगरेशन: रैम की कन्फ़िगरेशन उसमें कितने स्लॉट होते हैं या कितने मॉड्यूल होते हैं, इत्यादि पर निर्भर करती है। आपके कंप्यूटर की कन्फ़िगरेशन पर निर्भर करता है कि आप अपने कंप्यूटर में कितना रैम जोड़ सकते हैं।

5. पावर कंजंप्शन (Power Consumption): रैम की पावर कंजंप्शन उसकी क्षमता को निर्धारित करती है कि वह कितना पावर कंजंप्शन करती है। अधिक पावर कंजंप्शन वाले रैम बैटरी को जल्दी से खत्म कर सकते हैं।

6. वोल्टेज (Voltage): रैम के लिए वोल्टेज एक महत्वपूर्ण विशेषता होती है। उच्च वोल्टेज वाले रैम को अधिक शक्ति की आवश्यकता होती है।

7. प्रोटोकॉल (Protocol): रैम के लिए अलग-अलग प्रोटोकॉल होते हैं जैसे DDR, DDR2, DDR3, DDR4 आदि। ये प्रोटोकॉल रैम के डेटा को प्रोसेस करने की विधि को निर्धारित करते हैं।

रैम के प्रकार क्या हैं?

रैम कई प्रकार के होते हैं। कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:

1. SRAM (Static RAM) – यह एक प्रकार की रैम होती है जो बहुत तेज़ होती है और इसमें डेटा स्टोर करना बड़ी आसानी से होता है। हालांकि, इसकी कीमत DRAM से ज्यादा होती है। 

2. DRAM (Dynamic RAM) – यह एक और प्रकार की रैम होती है जो बहुत आम होती है और कम कीमत में उपलब्ध होती है। यह सस्ती होने के कारण, यह अधिकतर कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस में इस्तेमाल की जाती है। 

3. SDRAM (Synchronous Dynamic RAM) – यह रैम DRAM का एक प्रकार होता है जो कंप्यूटर के अन्य भागों से सिंक्रोनाइज़ होता है। यह अधिकतर मोबाइल फोन और कंप्यूटर में इस्तेमाल होता है। 

4. DDR SDRAM (Double Data Rate Synchronous Dynamic RAM) – यह एक प्रकार की SDRAM होती है जो डेटा को दो बार ट्रांसफर करने की क्षमता रखती है। यह DRAM से तेज़ होती है और अधिक डेटा स्टोर करने की क्षमता रखती है। 

Advertisements

5. LPDDR (Low Power DDR SDRAM) – यह एक प्रकार की DDR SDRAM होती है जो कम बिजली की खपत करती है और मोबाइल डिवाइस जैसे स्मार्टफोन्स और टैबलेट में उपयोग किया जाता है।

RAM कैसे काम करता है?

RAM (Random Access Memory) एक प्रकार का टेम्पोररी स्टोरेज होता है, जिसे कंप्यूटर सिस्टम के द्वारा उपयोग किए जाने वाले सभी प्रोग्रामों और एप्लिकेशन्स के लिए स्टोर किया जाता है। जब आप अपने कंप्यूटर पर कोई प्रोग्राम या एप्लिकेशन चलाते हैं, तो उसे रैम में लोड किया जाता है ताकि उसे तेजी से एक्सेस किया जा सके।

RAM में स्टोर किए गए डेटा को तुरंत एक्सेस किया जा सकता है। जब आप किसी प्रोग्राम का उपयोग करते हैं, तो रैम डेटा को पढ़ता है और उसे CPU तक भेजता है ताकि उसे प्रोसेस कर सके। जब कोई नया डेटा आता है तो RAM उसे अपने स्टोरेज में स्टोर कर लेता है।

जब आप एक प्रोग्राम को बंद करते हैं, तो उसका डेटा रैम से डिलीट हो जाता है। रैम एक बहुत ही तेज और कम लेटेंसी टेक्नोलॉजी होती है, जो सिस्टम की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाता है।

बहुत ज्यादा रैम लगाने से क्या होता है?

जब आप अपने कंप्यूटर में ज्यादा RAM लगाते हैं तो यह आपको कुछ फायदे प्रदान करता है:

1. अधिक कार्यक्षमता: ज्यादा RAM होने से कंप्यूटर की कार्यक्षमता बढ़ती है। यह अधिक मात्रा में डेटा को स्टोर कर सकता है और अच्छी परफॉर्मेंस के साथ ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर को चलने में मदद करता है।

2. तेजी में काम करने की क्षमता: ज्यादा RAM होने से कंप्यूटर अपने टास्क को तेजी से पूरा करने में सक्षम होता है। अधिक RAM होने से समय बचाया जा सकता है जो एक बड़े कार्य को जल्दी पूरा करने में मदद करता है।

3. बेहतर ग्राफिक्स प्रदर्शन: ज्यादा RAM होने से वीडियो गेम और हाई ग्राफिक्स वाले सॉफ्टवेयर का परफॉर्मेंस बेहतर होता है।

4. बेहतर मल्टीटास्किंग क्षमता: ज्यादा RAM होने से एक समय में अधिक टास्क को कंप्यूटर पर चलाया जा सकता है।

लेकिन आपको एक और बात पर ध्यान देने की जरूरत है आपके कंप्यूटर की स्पीड केवल रैम पर डिपेंड नहीं करता है। यह सॉफ्टवेयर और आपके कंप्यूटर के कॉन्फ़िगरेशन पर भी डिपेंड करता है और प्रोसेसर इसमें सबसे अहम रोल निभाता है।

RAM और ROM में क्या अंतर हैं?

RAM और ROM दोनों ही कंप्यूटर में मेमोरी के रूप में उपयोग किए जाने वाले अलग-अलग तरीकों की होती हैं, जिनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं।

Advertisements

RAM (Random Access Memory) एक वोलेटाइल (Volatile) मेमोरी होती है, जो संग्रहित डेटा को तुरंत देखने या एक्सेस करने की अनुमति देती है। दूसरी ओर, ROM (Read-Only Memory) एक नॉन-वोलेटाइल (Non-Volatile) मेमोरी होती है, जो केवल पढ़ने या देखने के लिए उपयोग की जा सकती है, लेकिन उसे मॉडिफाई नहीं किया जा सकता है।

RAM कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लीकेशन और यूजर द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली मेमोरी होती है। यह तुरंत एक्सेस की जाने वाली मेमोरी होती है जिसे कंप्यूटर यूजर के द्वारा उपयोग किए जाने वाले डेटा के साथ ऑपरेट करने के लिए उपयोग करता है। ROM उस एलिमेंट के लिए उपयोग किया जाता है जो कंप्यूटर के लिए स्थायी होता है, जैसे कि कंप्यूटर के बुट सेक्टर या ऑपरेटिंग सिस्टम के रिसोर्स को लोड करने के लिए उपयोग किया जाता है।

RAM की स्टोरेज कैपेसिटी GB (Gigabytes) में होती हैं। जबकि ROM की स्टोरेज कैपेसिटी MB (Megabytes) में होती हैं। 

RAM की डाटा एक्सेस करने की स्पीड फ़ास्ट होती हैं। जबकि ROM की डाटा एक्सेस करने की स्पीड slow होती हैं।

मोबाइल रैम और कंप्यूटर रैम में क्या अंतर है?

हाँ, Phone के RAM और PC के RAM में अंतर होता है। दोनों में उपयोग किए जाने वाले RAM के आकार और तकनीकी विशेषताएं भिन्न होती हैं।

सामान्यतया, Phone के RAM की क्षमता PC के RAM से कम होती है। फ़ोन में आमतौर पर 2GB से 8GB तक की RAM होती है, जबकि कंप्यूटरों में आमतौर पर 4GB से 16GB तक की RAM होती है। इसके अलावा, फ़ोन में उपयोग किए जाने वाले RAM का आकार छोटा होता है। फ़ोन में उपयोग किए जाने वाले RAM के आकार आमतौर पर 4-8mm चौड़ाई वाले सेल्स में बनाए जाते हैं।

दूसरी ओर, कंप्यूटरों में उपयोग किए जाने वाले RAM का आकार बड़ा होता है और इसमें बड़े सेल्स में बनाए जाने वाले RAM चिप्स लगाए जाते हैं। इसके अलावा, कंप्यूटरों में उपयोग किए जाने वाले RAM की गति और तकनीक फ़ोनों में उपयोग किए जाने वाले RAM से भिन्न होती हैं।

इसलिए, Phone के RAM और PC के RAM में अंतर होता है। फ़ोन के RAM छोटे आकार के होते हैं जो कम फ़ाइलों को स्टोर करते हैं, जबकि कंप्यूटर के RAM बड़े होते हैं और अधिक फाइल स्टोर करते हैं।

RAM संबंधित प्रश्न और उनके उत्तर (FAQ)


RAM Kya Hai

RAM का पूरा नाम “Random Access Memory” है। रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) कंप्यूटर का एक प्रमुख भाग है जो कंप्यूटर सिस्टम में डेटा को स्टोर और एक्सेस करने की क्षमता प्रदान करता है। 

RAM का Full Form क्या है

RAM का फूल फॉर्म Random Access Memory है।

RAM किस तरह की मेमोरी है

RAM एक तरह का Volatile Memory है।

Advertisements

RAM कितने प्रकार की होती है

RAM मुख्य रुप से दो प्रकार की होते है: Static RAM और Dynamic RAM

आखरी सोच

आज इस पोस्ट में मैने आपको बताया RAM Kya Hai, आशा करता हूं इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप अच्छे से समझ गए होंगे RAM क्या है यह कितने प्रकार का होता है और RAM का कार्य क्या है।

छोटा सा निवेदन अगर यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हुई हो तो इसे शेयर करना ना भूलें। 


आपको यह पोस्ट भी पढ़ने चाहिए:

  • Email Address Kya Hota Hai
  • Linux Kya Hai
  • Hard Disk Kya Hai
  • Computer Kya Hai
  • Android Wear OS क्या है
  • Chat GPT Kya Hai

Filed Under: Technology Tagged With: Computer, Technology

About AMAN SINGH

AMAN SINGH एक Full-time ब्लॉगर है जो WordPress, SEO और Blogging Tips पर कंटेंट शेयर करना पसंद करते है।

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Primary Sidebar

हाल ही की पोस्ट

  • YouTube Shorts पर Views कैसे बढ़ाएं?
  • डोमेन अथॉरिटी कैसे बढ़ाएं? – पूरी जानकारी हिंदी में
  • SEO कैसे करें? – पूरी जानकारी हिंदी में
  • YouTube का मालिक कौन है और किस देश की कंपनी है?
  • Jio Postpaid SIM Band Kaise Kare
  • फेसबुक पर हर दिन $500 पैसे कैसे कमाए?
  • Facebook ID Ka Link Kaise Nikale
  • Text to Animated Video Kaise Banaye Online

ब्लॉग टॉपिक

© 2016–2025 · IN HINDI HELP

  • Best Hindi Blog
  • About
  • Privacy Policy
  • Sitemap