एक गाँव में एक सेठ रहता था। उसके पास दो पक्षी थे – एक तोता और एक मैना। दोनों बहुत प्यारे और समझदार थे। सेठ उन्हें रोज़ अच्छे दाने-पानी देता और दोनों को पिंजरे में रखता।
कंटेंट की टॉपिक
🐦 तोता और मैना की आदतें:
- तोता बहुत चंचल था। वह बोलता था, “राम राम”, “खाना दो”, “सेठ जी, नमस्ते!”
- मैना शांति से रहती थी, लेकिन बहुत होशियार थी। वह हर बात ध्यान से सुनती और समय आने पर समझदारी से जवाब देती।
🏠 एक दिन क्या हुआ?
एक दिन सेठ कहीं बाहर गया और घर की रखवाली की जिम्मेदारी तोता और मैना को दी। रात को एक चोर घर में घुसा।
तोते ने ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाना शुरू किया:
“चोर! चोर! पकड़ो! पकड़ो!”
चोर डर गया, लेकिन तोते को देखकर उसने कहा, “अरे, ये तो बस चिल्ला रहा है। कुछ नहीं कर सकता।”
फिर वह मैना के पास गया।
मैना चुपचाप बोली, “चोर, भाग जा! सेठ आने वाला है! पुलिस बुला ली है!“
चोर डर गया और जल्दी से भाग गया।
🔔 सेठ लौटा:
जब सेठ वापस आया, तो दोनों पक्षियों ने अपनी-अपनी बात बताई। सेठ ने हँसते हुए कहा:
“तोता तो आवाज़ करता रहा, लेकिन मैना ने चतुराई से घर बचा लिया।”
🌟 नैतिक शिक्षा (Moral):
“शोर मचाना ही सब कुछ नहीं होता, समझदारी से काम लेना ज़रूरी है।”
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