26 जनवरी भारत के गणतंत्र दिवस के रूप में मनाई जाती है, जो हमारे संविधान के लागू होने और देश को गणराज्य घोषित करने की तिथि है। इस दिन का प्रमुख आकर्षण राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ है, जो हमारी स्वतंत्रता, एकता और अखंडता का प्रतीक है। तिरंगा हमारे देश की पहचान और गौरव का प्रतीक है, जिसका हर भारतीय नागरिक सम्मान और गर्व के साथ सम्मान करता है।
कंटेंट की टॉपिक
तिरंगे का इतिहास
राष्ट्रीय ध्वज का डिज़ाइन पिंगली वेंकैया द्वारा किया गया था। 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा ने इसे भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया। तिरंगे को 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद फहराया गया। यह ध्वज न केवल हमारे संघर्ष और बलिदान की कहानी बताता है, बल्कि स्वतंत्रता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
तिरंगे के रंग और उनका महत्व
तिरंगे में तीन रंग हैं – केसरिया, सफेद, और हरा। प्रत्येक रंग का अपना विशेष महत्व है:
- केसरिया रंग: तिरंगे के शीर्ष पर स्थित केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है। यह रंग हमारे देशवासियों के साहस और उनके द्वारा किए गए बलिदानों को दर्शाता है।
- सफेद रंग: मध्य में स्थित सफेद रंग शांति और सच्चाई का प्रतीक है। यह रंग हमें सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
- हरा रंग: तिरंगे के निचले भाग में स्थित हरा रंग हरियाली और उर्वरता का प्रतीक है। यह हमारे देश की समृद्धि और प्रगति का प्रतीक है।
अशोक चक्र
सफेद पट्टी के बीच में स्थित नीले रंग का अशोक चक्र धर्मचक्र का प्रतीक है। इसमें 24 तीलियाँ हैं, जो 24 घंटे और निरंतर प्रगति का प्रतीक हैं। यह चक्र हमें जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने और प्रगति करने की प्रेरणा देता है।
ध्वज का फहराना
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना एक महत्वपूर्ण समारोह है। दिल्ली के राजपथ पर राष्ट्रपति द्वारा तिरंगा फहराया जाता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। इस अवसर पर भव्य परेड का आयोजन किया जाता है, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना और विभिन्न राज्यों की झांकियां भाग लेती हैं। यह समारोह हमारे देश की एकता और विविधता को दर्शाता है।
तिरंगे का सम्मान
तिरंगा हमारा राष्ट्रीय ध्वज है और इसका सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य है। भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, तिरंगे का अपमान नहीं किया जाना चाहिए और इसे हमेशा उचित सम्मान के साथ फहराया जाना चाहिए। ध्वज को हमेशा सूर्यास्त से पहले उतार लेना चाहिए और उसे साफ-सुथरा और सम्मानित तरीके से रखना चाहिए।
गणतंत्र दिवस और तिरंगे का महत्व
गणतंत्र दिवस पर तिरंगा हमें हमारे स्वतंत्रता संग्राम और उन वीरों की याद दिलाता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई। यह दिन हमें हमारे संविधान और उसके द्वारा दिए गए अधिकारों और कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। तिरंगा हमारे देश की एकता, अखंडता और विविधता का प्रतीक है। यह हमें प्रेरित करता है कि हम अपने देश के प्रति समर्पित रहें और इसे हर क्षेत्र में उन्नति की ओर ले जाएं।
निष्कर्ष
तिरंगा हमारे देश की शान और सम्मान का प्रतीक है। यह हमारे स्वतंत्रता संग्राम, हमारी एकता और हमारे संविधान की महत्ता को दर्शाता है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगे का फहराना हमें हमारे कर्तव्यों और अधिकारों की याद दिलाता है और हमें प्रेरित करता है कि हम अपने देश के प्रति समर्पित रहें।
तिरंगा हमारी राष्ट्रीय पहचान और गौरव का प्रतीक है, जिसे हमें हमेशा सम्मान के साथ फहराना और सहेजना चाहिए। गणतंत्र दिवस और तिरंगे का महत्व हमें हमारे देश के प्रति हमारे प्रेम और समर्पण की याद दिलाता है और हमें एकजुट होकर देश की उन्नति के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है।
इसे भी पढ़ें:
- महाशिवरात्रि के त्योहार पर हिन्दी निबंध – Maha Shivratri Essay
- चंद्र ग्रहण पर निबंध
- Chhatrapati Shivaji Maharaj Nibandh in Hindi
- बसंत पंचमी पर निबंध हिंदी में
- गुड़ी पड़वा पर रोचक निबंध हिन्दी में
- फादर्स डे पर रोचक हिन्दी निबंध
- विश्व योग दिवस पर निबंध
- चंद्रशेखर आजाद पर निबंध : Chandra Shekhar Azad Essay in Hindi
- विश्व जनसंख्या दिवस पर निबंध
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर हिंदी में निबंध
- रंगों के त्योहार होली पर हिंदी में निबंध (Holi Essay in Hindi)
Leave a Reply