रूस, दुनिया का सबसे बड़ा देश, अपनी विशालता के साथ-साथ अपनी विविध जनसंख्या के लिए भी जाना जाता है। 2023 के अनुमानों के अनुसार, रूस की जनसंख्या लगभग 14.6 करोड़ (146 मिलियन) है। यह जनसंख्या संख्या रूस को यूरोप का सबसे अधिक आबादी वाला देश बनाती है।
इस लेख में, हम रूस की जनसंख्या के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
कंटेंट की टॉपिक
जनसंख्या वितरण और घनत्व
रूस का कुल क्षेत्रफल लगभग 17.1 मिलियन वर्ग किलोमीटर है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा देश बनाता है। लेकिन इस विशाल क्षेत्र में जनसंख्या का वितरण असमान है। अधिकांश जनसंख्या देश के यूरोपीय हिस्से में केंद्रित है, जो कि देश के कुल क्षेत्रफल का लगभग 23% है, लेकिन इसमें लगभग 77% जनसंख्या निवास करती है।
इसके विपरीत, साइबेरिया और सुदूर पूर्वी रूस, जो कि देश के लगभग 77% भूभाग को कवर करते हैं, यहाँ केवल 23% जनसंख्या निवास करती है।
मॉस्को, रूस की राजधानी और सबसे बड़ा शहर, देश का प्रमुख आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र है। मॉस्को महानगरीय क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 12 मिलियन है, जो इसे यूरोप के सबसे बड़े शहरों में से एक बनाती है। इसके अलावा, सेंट पीटर्सबर्ग, जो कि रूस का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, की जनसंख्या लगभग 5.4 मिलियन है। ये दोनों शहर देश के पश्चिमी हिस्से में स्थित हैं और रूस की शहरी जनसंख्या का बड़ा हिस्सा इन्हीं शहरों में निवास करता है।
जनसंख्या घनत्व
रूस का औसत जनसंख्या घनत्व केवल 9 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, जो कि दुनिया के अन्य प्रमुख देशों की तुलना में काफी कम है। लेकिन यह घनत्व भी पूरे देश में समान नहीं है। पश्चिमी रूस में, विशेष रूप से मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग के आसपास के क्षेत्रों में, जनसंख्या घनत्व काफी अधिक है, जबकि साइबेरिया और सुदूर पूर्व में यह बहुत कम है। इन क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व कभी-कभी 1 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर से भी कम हो सकता है।
जनसांख्यिकीय संरचना
रूस की जनसंख्या में विभिन्न जातीय और सांस्कृतिक समूहों का मिश्रण है। यहाँ लगभग 80% जनसंख्या रूसी (एथनिक) है, जबकि शेष 20% में तातार, यूक्रेनी, बशकिर, चुवाश, चेचेन, और अन्य जातीय समूह शामिल हैं। तातार, रूस का सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समूह है, जो कुल जनसंख्या का लगभग 3.9% बनाते हैं।
रूस में कई प्रमुख धर्म हैं, जिनमें रूसी ऑर्थोडॉक्स ईसाई धर्म सबसे प्रमुख है। इसके अलावा, इस्लाम, बौद्ध धर्म, और यहूदी धर्म भी यहाँ के कुछ हिस्सों में मान्य हैं। तातारस्तान और बश्कोर्तोस्तान में इस्लाम प्रमुख धर्म है, जबकि कलमिकिया और तुवा में बौद्ध धर्म का अनुसरण किया जाता है।
जनसंख्या वृद्धि और प्रवृत्तियाँ
रूस की जनसंख्या वृद्धि दर पिछले कुछ दशकों में स्थिर रही है। 1990 के दशक के बाद, रूस में जनसंख्या में गिरावट देखी गई थी, जो मुख्य रूप से उच्च मृत्यु दर, कम जन्म दर, और प्रवासन की वजह से हुई थी। लेकिन 2000 के दशक के मध्य में, जनसंख्या में वृद्धि देखी गई, जो सरकार द्वारा शुरू किए गए कई जनसांख्यिकीय उपायों का परिणाम था, जैसे कि मातृत्व लाभ और परिवार नियोजन कार्यक्रमों का विस्तार।
रूस में जन्म दर हाल के वर्षों में कुछ सुधार हुई है, लेकिन यह अभी भी स्थिर नहीं है। 2023 में, रूस की कुल प्रजनन दर (TFR) लगभग 1.5 बच्चों प्रति महिला थी, जो जनसंख्या को स्थिर रखने के लिए आवश्यक प्रतिस्थापन स्तर से कम है।
रूस की जनसंख्या संरचना में एक और महत्वपूर्ण पहलू इसकी उम्रदराज़ी है। रूस में बुजुर्ग जनसंख्या का प्रतिशत बढ़ रहा है, जबकि युवा जनसंख्या का प्रतिशत घट रहा है। 2023 में, रूस की जनसंख्या का लगभग 15% हिस्सा 65 वर्ष या उससे अधिक आयु का था, जबकि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों का प्रतिशत लगभग 17% था। यह स्थिति रूस की सामाजिक सेवाओं और पेंशन प्रणाली पर दबाव बढ़ा रही है।
प्रवासन और जनसंख्या परिवर्तन
प्रवासन, विशेष रूप से आंतरिक प्रवासन, रूस की जनसंख्या संरचना पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रहा है। आर्थिक अवसरों की तलाश में, लोग देश के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों से शहरी केंद्रों, विशेष रूप से मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग, की ओर प्रवास कर रहे हैं। इस प्रवासन प्रवृत्ति के कारण देश के कुछ हिस्सों में जनसंख्या में वृद्धि हो रही है, जबकि अन्य हिस्सों में जनसंख्या में कमी हो रही है।
इसके अलावा, रूस में बाहरी प्रवासन का भी महत्वपूर्ण प्रभाव है। 1990 के दशक में सोवियत संघ के विघटन के बाद, कई रूसी नागरिक और अन्य पूर्व सोवियत गणराज्यों के लोग रूस में बस गए।
2023 में, रूस में लगभग 11 मिलियन प्रवासी थे, जो देश की कुल जनसंख्या का लगभग 7% बनाते हैं। प्रवासियों की इस बड़ी संख्या ने रूस के श्रम बाजार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, लेकिन इसके साथ ही यह सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को भी जन्म देता है।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
रूस की जनसंख्या का आर्थिक और सामाजिक प्रभाव बड़ा है। देश की बड़ी जनसंख्या और व्यापक क्षेत्र इसे एक महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति बनाती है। रूस के पास बड़ी संख्या में प्राकृतिक संसाधन हैं, जिनमें तेल, गैस, कोयला, और खनिज शामिल हैं। इन संसाधनों का दोहन देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन जनसंख्या की व्यापकता के कारण बुनियादी ढांचे और सेवाओं की मांग भी बढ़ती है।
रूस की जनसंख्या के साथ जुड़े आर्थिक और सामाजिक मुद्दे भी बड़े पैमाने पर हैं। रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ, और पेंशन जैसी सुविधाओं का प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है। खासकर, ग्रामीण क्षेत्रों में इन सेवाओं की कमी है, जो जनसंख्या के विस्थापन का एक प्रमुख कारण है।
भविष्य की संभावनाएँ
रूस की जनसंख्या के भविष्य को लेकर कई चुनौतियाँ और संभावनाएँ हैं। देश को अपनी उम्रदराज़ जनसंख्या का सामना करना पड़ रहा है, और इसे उच्च मृत्यु दर और निम्न जन्म दर के मुद्दों को संबोधित करने की जरूरत है। इसके अलावा, प्रवासन नीति में सुधार और सामाजिक सेवाओं का विस्तार करना महत्वपूर्ण होगा, ताकि देश की जनसंख्या की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
रूस सरकार ने जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियाँ अपनाई हैं, जिनमें मातृत्व लाभ, आवास कार्यक्रम, और परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहन शामिल हैं। अगर ये नीतियाँ सफल होती हैं, तो भविष्य में रूस की जनसंख्या स्थिर हो सकती है और देश को अपनी आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करने में सहायता मिल सकती है।
निष्कर्ष
रूस की जनसंख्या विविध, जटिल, और गतिशील है। इसके विशाल क्षेत्र, असमान जनसंख्या वितरण, और उम्रदराज़ी जैसी चुनौतियाँ देश के लिए कई समस्याएँ पैदा करती हैं, लेकिन इसके साथ ही संभावनाएँ भी हैं। रूस को अपनी जनसंख्या नीतियों को और भी सुदृढ़ करने की आवश्यकता है, ताकि देश की जनसंख्या का संतुलित और सतत विकास सुनिश्चित किया जा सके।
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