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Home » Vivekananda Essay in Hindi: स्वामी विवेकानंद पर हिन्दी में निबंध

Vivekananda Essay in Hindi: स्वामी विवेकानंद पर हिन्दी में निबंध

July 29, 2024 by Antesh Singh Leave a Comment

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स्वामी विवेकानंद, भारत के महान संत, योगी और विचारक थे, जिनका जीवन और विचारधारा आज भी प्रासंगिक है। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। उनके जन्म का नाम नरेंद्रनाथ दत्ता था। उनके पिता विश्वनाथ दत्ता एक वकील थे और माता भुवनेश्वरी देवी धार्मिक विचारों वाली महिला थीं। विवेकानंद का जीवन मानवता, सेवा और आध्यात्मिकता का उत्कृष्ट उदाहरण है।

कंटेंट की टॉपिक

  • प्रारंभिक जीवन
  • स्वामी विवेकानंद का परिव्राजक जीवन
  • शिकागो धर्म महासभा
  • सेवा और शिक्षा
  • रामकृष्ण मिशन की स्थापना
  • विचारधारा और संदेश
  • उपसंहार

प्रारंभिक जीवन

नरेंद्रनाथ बचपन से ही तीव्र बुद्धि और जिज्ञासु प्रवृत्ति के थे। उन्होंने अपने विद्यालय और कॉलेज की शिक्षा कोलकाता में ही प्राप्त की। बचपन से ही वे आध्यात्मिक और धार्मिक प्रश्नों के उत्तर खोजने में रुचि रखते थे। यही जिज्ञासा उन्हें रामकृष्ण परमहंस के पास ले गई, जो उनके आध्यात्मिक गुरु बने। रामकृष्ण परमहंस से मिलकर नरेंद्रनाथ को उनके जीवन का उद्देश्य और दिशा प्राप्त हुई।

स्वामी विवेकानंद का परिव्राजक जीवन

स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस की मृत्यु के बाद संन्यास धारण किया और विवेकानंद नाम धारण किया। उन्होंने भारत के विभिन्न हिस्सों की यात्रा की और देश की सामाजिक, धार्मिक और आर्थिक स्थितियों का अध्ययन किया। उन्होंने देखा कि किस प्रकार से भारतीय समाज में गरीबी, अज्ञानता और अंधविश्वास व्याप्त हैं। उन्होंने संकल्प लिया कि वे अपने जीवन को देश और समाज की सेवा में समर्पित करेंगे।

शिकागो धर्म महासभा

स्वामी विवेकानंद का विश्व में सबसे प्रमुख योगदान 1893 में शिकागो, अमेरिका में आयोजित धर्म महासभा (पार्लियामेंट ऑफ रिलीजन्स) में हुआ। वहाँ उन्होंने “अमेरिका के बहनों और भाइयों” के साथ अपने भाषण की शुरुआत की, जिसने सबका मन मोह लिया। अपने भाषण में उन्होंने वेदांत के सिद्धांतों, भारतीय संस्कृति और धार्मिक सहिष्णुता का संदेश दिया। उनके भाषण ने पूरे विश्व में भारत की गरिमा को बढ़ाया और उन्हें अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाई।

सेवा और शिक्षा

स्वामी विवेकानंद ने समाज सेवा को अपने जीवन का प्रमुख उद्देश्य बनाया। उन्होंने गरीबों, अनपढ़ों और बीमारों की सेवा को ही सच्ची पूजा माना। उनके अनुसार, मानव सेवा ही भगवान की सेवा है। उन्होंने कहा, “जग उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए।”

उन्होंने शिक्षा को समाज के उत्थान का मुख्य साधन माना। उनके अनुसार, शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्ति नहीं होना चाहिए, बल्कि व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास होना चाहिए। उन्होंने कहा, “शिक्षा वह है जो चरित्र का निर्माण करे, मन की शक्ति को बढ़ाए और आत्मा को मजबूत करे।”

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रामकृष्ण मिशन की स्थापना

स्वामी विवेकानंद ने 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य समाज सेवा, शिक्षा और धार्मिक जागरूकता फैलाना था। रामकृष्ण मिशन आज भी उनके आदर्शों पर चलकर समाज सेवा के कार्य कर रहा है। मिशन के विद्यालय, अस्पताल, अनाथालय और आश्रम पूरे भारत में फैले हुए हैं और लोगों की सेवा में लगे हुए हैं।

विचारधारा और संदेश

स्वामी विवेकानंद के विचार और संदेश आज भी प्रेरणादायक हैं। उन्होंने भारतीय युवाओं को आत्मविश्वास और स्वाभिमान से भरने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, “तुम एक अनंत आत्मा हो, तुम्हारी कोई सीमा नहीं है। तुम सब कुछ कर सकते हो।” उन्होंने धार्मिक सहिष्णुता, मानवता और एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी धर्म सत्य की ओर ले जाने वाले मार्ग हैं और सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।

उपसंहार

स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनकी शिक्षाएं आज भी हमें प्रेरित करती हैं। उनका संपूर्ण जीवन मानवता की सेवा और आत्मज्ञान की प्राप्ति के लिए समर्पित था। उन्होंने हमें सिखाया कि सच्ची सेवा और सच्ची पूजा मानवता की सेवा में निहित है। उनका जीवन संदेश है कि हमें अपने अंदर की अनंत शक्तियों को पहचानना चाहिए और उनका उपयोग समाज और देश की सेवा में करना चाहिए।

स्वामी विवेकानंद का योगदान केवल भारत तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति और वेदांत के सिद्धांतों को फैलाया। उनके विचार और आदर्श आज भी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और हमें एक सशक्त और समृद्ध समाज की स्थापना के लिए प्रेरित करते हैं। स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनकी शिक्षाएं हमें यह सिखाती हैं कि आत्मज्ञान और मानव सेवा के माध्यम से हम अपने जीवन को सच्चे अर्थों में सफल बना सकते हैं।


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Filed Under: Lekh Tagged With: Education, Essay in Hindi, Essay on Swami Vivekananda, Lekh

About Antesh Singh

Antesh Singh एक फुल टाइम ब्लॉगर है जो बैंकिंग, आधार कार्ड और और टेक रिलेटेड आर्टिकल लिखना पसंद करते है।

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