इस पोस्ट में मैं कुछ टॉप on Page SEO tips शेयर करने वाला हूँ जो आपके Website traffic और SEO को बेहतर करने में मदद करेंगे।
यदि आप इन On Page SEO techniques को अपनी site में implement करते है, तो आपकी WordPress साईट सर्च इंजन में Better perform करेगी और सर्च इंजन से अधिक traffic प्राप्त कर पायेगी।
Search Engine Optimization (SEO) क्या है?
SEO या Search Engine Optimization आर्ट्स और कला का मिला-जुला रूप है। जो किसी कंपनी, व्यवसाय, उत्पाद, विभिन्न तरह की Services आदि को Google Search Result में टॉप रैंकिंग दिलाने में मदद करता है। जैसे कि मैंने “mobile review” लिखकर गूगल में सर्च किया और “GMSArena” का लिंक पहले पेज के सबसे ऊपर में आय, तो इसका मतलब यही समझा जा सकता है कि इस वेबसाइट की SEO बहुत अच्छी है।
On Page SEO क्या है?
On Page SEO का काम किसी Specific Web Page को इस तरह से Optimization करना है कि वह Google Search Engine में बेहतर रैंकिंग और अच्छी ट्रैफिक प्राप्त कर सके। SEO का उद्देश्य है, वेबसाइट या ब्लॉग को सर्च रिजल्ट में अच्छी रैंकिंग दिलाना।
कन्टेन्ट टाइटल, पर्मालिंक, मेटा कीवर्ड, फोकस कीवर्ड, बोल्ड, इटालिक, एंकर टेक्स्ट, इमेज ALT टेक्स्ट, इन्टरनल और एक्सटर्नल लिंक, पैराग्राफ, हैडिंग-1, हैडिंग-2, हैडिंग-3 आदि Optimization process को हीं On Page SEO कहा जाता है।
इस पोस्ट में केवल हम On Page SEO के बारे में हीं चर्चा करेंगे। On Page SEO के बिना कोई भी वेबसाइट या ब्लॉग सर्च इंजन में Rank नहीं कर सकती है, भले ही आप कितनी भी अच्छी कंटेंट क्यों न लिखें।
एकदम से नए वेबसाइट या ब्लॉग गूगल सर्च रिजल्ट के प्रथम पेज पर नहीं आ सकते हैं। उन्हें पहले थोड़े समय, Website SEO optimization और अच्छे कन्टेन्ट की आवश्यकता पड़ती है। अतः किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग के सफल होने के पीछे Search Engine Optimization महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कंटेंट की टॉपिक
on Page SEO Tips in Hindi
यहाँ नीचे मैंने कुछ बेहतरीन on Page SEO Techniques बताई है जिन्हें आप Apply करके अपनी WordPress Site SEO Friendly बना सकते है।
1. Post Title and Focus Keyword
On Page SEO में पोस्ट टाइटल का रोल बहुत महत्त्वपूर्ण है। इसलिए इसे बहुत अच्छी तरह से लिखना जरुरी है। क्योंकि पोस्ट टाइटल में जो कीवर्ड का प्रयोग होता है, वही सर्च रिजल्ट में आता है।
जैसे कि मान लीजिए “On Page SEO” के बारे में लिखना है, तो इस तरह से लिख सकते हैं – “On Page SEO के बारे में 10 महत्त्वपूर्ण Tips” या “10 Killer On Page SEO Tips”।
इस प्रकार इमसें आप फोकस कीवर्ड भी Add हो गया ।
पोस्ट टाइटल में Keyword का कैसे इस्तमाल करना है, इसके बारे में जान लेते हैं –
फोकस कीवर्ड (Focus Keyword)
- पोस्ट टाइटल में Focus Keyword का इस्तेमाल करें। साथ ही अपनी अपनी टाइटल को Focus Keyword से शुरू करें। इससे आपकी कंटेंट Search Engine में बेहतर परफॉर्म करेगा।
- Title में Focus Keyword को दोहराए नहीं ।
- Modifier शब्दों का इस्तेमाल करें – जैसे कि Top, Best, Famous, helpful, Guide, Killer आदि। ये Words आपके टाइटल को और भी ज्यदा Attractive बना देते है।
- पोस्ट टाइटल में नम्बरों का इस्तेमाल करें जैसे 3, 5, 7, 10, 15 आदि। अगर पोस्ट टाइटल में 10 लिखा रहेगा तो हर कोई जानना चाहेगा कि 10 topic कैसे होंगे। मन में जिज्ञासा उत्पन होगी, इन 10 टॉपिक्स को पढ़ने के बारे में और इससे आपके पोस्ट टाइटल पर ज्यादा क्लिक होंगे।
- पोस्ट टाइटल में 35-65 Character का इस्तेमाल करें – पोस्ट टाइटल में कम से कम 35 और ज्यादा से ज्यादा 65 अक्षरों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप 65 से ज्यादा Character का इस्तेमाल करेंगे, तो आपकी टाइटल सर्च रिजल्ट में पूरी नहीं दिखाई देगी। जैसे कि आप निचे देख सकते हैं। 68 अक्षरों के बाद वाले शब्द … हो गए हैं।
अगर आप 65 से कम अक्षरों का इस्तेमाल करते हैं, तो पोस्ट टाइटल Google Search Result में पूरा दिखाई देगा। 65 अक्षरों के अंदर स्पेस भी शामिल होता है।इस पोस्ट टाइटल में केवल 58 अक्षरों का इस्तेमाल हुआ है और यह पोस्ट टाइटल सर्च रिजल्ट में पूरा दिख रहा है। जिसे आप भी देख सकते हैं।
2. Permalink Structure
Permalink Structure आपके पोस्ट का लिंक होता है। जब कोई इस लिंक या URL को क्लिक करता है, तो वह आपके पेज या पोस्ट पर जाता है। हालंकि वर्डप्रेस का डिफ़ॉल्ट Permalink Structure SEO friendly नहीं है और यह ऐसा लगता है।
https://inhindihelp.com/?p=10467
लेकिन चिंता न करें आप इसे बदल सकते हैं। बस Settings >> Permalinks पर क्लिक करें और Post name option को सेलेक्ट करें, फिर Save Changes बटन पर क्लिक करें।
साथ ही, ब्लॉग पोस्ट लिखते समय पर्मालिंक को जितना हो सके छोटा (4 या 5 Word) रखें और Focus Keyword add करें।
- छोटी पर्मालिंक – जितना हो सके पर्मालिंक को छोटा रखिए, क्योंकि ज्यादा बड़ी पर्मालिंक SEO के लिए बेहतर नहीं होती है।
- पर्मालिंक में टार्गेट कीवर्ड (focus Keyword)का उपयोग करें तभी कन्टेन्ट Search engine result में अच्छी रैंक करेगी।
3. Post Meta Description
Post Meta Description आपकी पोस्ट से जुड़ी संक्षिप्त (Small) Description होता है। इसे 150-160 Chracters में लिखने का प्रयास करें। Meta Description आपके ब्लॉग पोस्ट पर CTR (Click Through Rate) increase करने में अहम भूमिका निभाते है।
इसलिए, इसे ऐसा लिखिए की कोई भी इस Description को पढ़ने के बाद आपकी ब्लॉग पोस्ट पर क्लिक करना चाहे।
पर इसमें भी पोस्ट टाइटल और पर्मालिंक की तरह फोकस कीवर्ड का जरूर इस्तेमाल करें। और इसे जितना हो सके यूनिक लिखने की कोशिश करें।
4. Heading Tags
हालंकि Heading Tags WordPress SEO optimization में उतने Effective नहीं है लेकिन Search Engine Optimization हम एक छोटी सी भी चीज भी ignore नहीं कर सकते है। H1 से लेकर H6 तक हैडिंग होते हैं।
H1 tags आपकी Blog post ranking को boost करते हैं। लेकिन पूरी कंटेंट को H1 टैग से नहीं भरें।
वर्डप्रेस के किसी-किसी थीम में Heading 1 या Heading 2 का डिफ़ॉल्ट रूप से इस्तेमाल होता है। इसलिए पहले चेक कर लेना चाहिए कि पोस्ट का टाइटल क्या है? अगर पोस्ट का टाइटल Heading 1 है, तो फिर से पोस्ट में Heading 1 का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। तब पोस्ट में Heading 2, Heading 3 आदि का इस्तेमाल करना चाहिए।
Googler John Mueller H2, H3 Tags के बारे में बताते है,
These heading tags in HTML help us to understand the structure of the page.
हिंदी
HTML में ये heading tags हमें page की structure को समझने में मदद करते हैं।
H1 इस्तेमाल करते वक्त्त इसे दोहराना नहीं चाहिए। अगर आप बार- बार रिपीट करते हैं, तो SEO पर नेगेटिव असर पड़ेगा। Heading tags में Focus Keyword और Related keyword का उपयोग जरूर करें।
5. Focus Keyword को 100 से 150 Words के बीच रखें
आर्टिकल या कन्टेन्ट में शुरुआत के 100 से 150 शब्दों के बीच ही Targeting Focus Keyword का इस्तेमाल करें। यदि आप पहले पैराग्राफ में ही कीवर्ड का इस्तेमाल करते हैं, तो यह SEO के लिए बहुत हीं अच्छा है।
इससे सर्च इंजन यह समझ जाता हैं कि आपकी कन्टेन्ट या आर्टिकल किस Topic पर आधारित है।
6. Website Loading Speed को बेहतर करें
- हमेशा कोशिश होनी चाहिए की वेबसाइट या ब्लॉग की लोडिंग स्पीड बहुत कम हो। 2 या 3 सेकंड में ओपन हो जाए। अगर इससे ज्यादा समय लगता है, तो फिर विजिटर आपकी साइट से exit करके दूसरी साइट पर चले जाएंगे।
- अगर आप बड़ी इमेज इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसे कम्प्रेस कर लें। ताकि इसे लोड होने में ज्यादा समय न लगे। ज्यादा बड़े इमेज को अपनी साइट या ब्लॉग में न लगाएं, क्योंकि इससे भी लोडिंग टाइम ज्यादा लगेगा। साथ ही आप images के लिए Lazy Loading उपयोग करें।
- आप कोशिश करें के Home page पर ज्यादा कन्टेन्ट न हो, यदि आप
Home page पर ज्यादा वीडियो या हाई क्वालिटी फोटो उपयोग करते है,तो यह loding speed को बहुत प्रभावित करेगा। इसके अलावा 10 पोस्ट की जगह 4 या 5 पोस्ट Homepage पर रखिए। - Google Seach Engine हमारी वेबसाइट या ब्लॉग को इन्डेक्स या ऑप्टिमाइज़ करते समय ब्लॉग या साइट की स्पीड भी चेक करता है। अगर लोडिंग में ज्यादा समय लगता है, तो फिर सर्च इंजन आपकी साइट या ब्लॉग को छोड़कर किसी दूसरे साइट को इंडेक्स करना शुरू कर देगा। अतः इस तरह से आपकी साइट सर्च रिजल्ट में कम नजर आएगी और साइट की सर्च रैंक भी कम हो जाएगी।
- Fast loading theme और कम से कम प्लगइन और Widget इस्तेमाल करने की कोशिश करें।
Website loading speed बेहतर करने के लिये नीचे दिए गए आर्टिकल को आप पढ़ सकते है।
- Best Lazy Load plugin आपके website loading speed को बेहतर करने के लिए
- WordPress Website की loading speed बढाने के लिए Best Plugin Settings के साथ
- WordPress Website Blog की loading speed कैसे बढ़ाये
7. Internal और External linking करें
बेहतर सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के लिए जरुरी है कि आप अपनी ही पोस्ट की लिंक को आपकी किसी दूसरी पोस्ट के साथ कनेक्ट करें। इसे इन्टरनल लिकं कहा जाता है।
Internal linking आपकी पोस्ट को visitors के लिए और अधिक Useful बना देता है। इसके अलावा, visitor आपकी साइट पर अधिक समय बिताते हैं जो bounce rate को कम करता है और Google आपके कंटेंट को quality content के रूप में मानता है।
Internal Link – अब मान लीजिए मेरी एक और पोस्ट, इसी टॉपिक पर (Search Engine Optimization) है। जैसे- “इन्टरनल और एक्सटर्नल लिकं को अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के लिए कैसे इस्तेमाल करें?” तो उस link को यँहा Add करना है। जो विज़िटर्स इन्टरनल और एक्सटर्नल लिंक के बारे में और अधिक जानना चाहते होंगे, वे इस लिंक को क्लिक करके जानकारी हासिल कर सकेंगे।
लेकिन आपकी लिंक Related होनी चाहिए। Search Engine Optimization और Website Ranking सुधारने में इन्टरनल लिंक की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
External Link – जब आप किसी दूसरे वेबसाइट या ब्लॉग की लिंक को अपनी पेज में ऐड करते हैं, तो External Linking कहा जाता है। जैसे मान लीजिए आप on Page SEO optimization के बारे में लिख रहे हैं, और आपके पास Yoast SEO Setting के बारे में कन्टेन्ट नहीं है, तो आप इसके settings के लिए दुसरे ब्लॉग की लिंक ले सकते हैं।
External Link से आपकी साइट की सर्च रैंक बढ़ती है। लेकिन आप उसी साइट को ऐड करें जो Trusted हो।
अतः अच्छी Search Engine Optimization और Search ranking में सुधार करने के लिए Internal और External linking दोनों का इस्तेमाल करना चाहिए।
8. Focus Keyword
कीवर्ड, WordPress On Page Optimization का सबसे महत्त्वपूर्ण अंग होता है। सर्च इंजन से अधिक ट्रैफिक और visitor पाने के लिए सठिक कीवर्ड की आवश्यकता पड़ती है। ताकि जब कोई भी आपके मिलते-जुलते Keyword से गूगल में सर्च करता है, तो गूगल सर्च रिजल्ट में आपका पेज या पोस्ट आयेगा।
Content में Keyword Density कितनी होनी चाहिए?
Keyword Density 1.5% से 2.5% के बीच होनी चाहिए। कीवर्ड डेंसिटी से मतलब है, 100 शब्दों की एक पोस्ट लिखते हैं तो उसमें 1 या 2 बार कीवर्ड होने चाहिए। उसी तरह अगर आपका पोस्ट 1000 शब्दों का है, तो आप 5 -8 बार कीवर्ड को रिपीट कर सकते हैं और साथ ही रिलेटेड कीवर्ड का उपयोग करें।
कीकॉर्ड का केवल starting या middle में इस्तेमाल न करें। इसे
starting से अंतिम पैराग्राफ तक प्रयोग करें, क्योंकि यही On Page SEO के लिए सबसे बेहतर होता है। कीवर्ड आपके टॉपिक से जरूर मैच होना चाहिए।
फोकस कीवर्ड और रिलेटेड कीवर्ड को बोल्ड, अंडरलाइन, इटालिक और हाईलाइट कर दें। इससे सर्च रोबॉट और आपके साइट के विज़िटर्स, कीवर्ड के प्रति ज्यादा फोकस रहते हैं। यदि आप अपनी कंटेंट में एक ही focus keyword का बार बार उपयोग करते है, तो सर्च इंजन आपके कंटेंट को spammy मानेगे। यह पढने में भी अच्छा नहीं लगेगा।
ज्यादा कीवर्ड के लिए जरुरी है कि आपका कन्टेन्ट बड़ा हो, क्योंकि आप ज्यादा से ज्यादा 1% से 2.5% तक हीं कीवर्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। कोशिश कीजिए कि आपकी कन्टेन्ट कम से कम 1000 शब्दों की हो, इससे आप फोकस कीवर्ड का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर पाएंगे।
यदि आप एक नए WordPress user है, तो आपको अपनी साईट में Yoast SEO का इस्तेमाल करना चाहिए। यह आपको on-Page SEO और search engine strategies को समझने में मदद करता है।
9. Image का महत्त्व
- पोस्ट कन्टेन्ट में Image का होना बहुत जरुरी है। Image से कन्टेन्ट बहुत ज्यादा आकर्षित हो जाता है और यह विज़िटर्स को भी अपनी ओर आकर्षित करता है।
- कहा जाता है कि एक Image 1000 शब्दों के बराबर होता है। इसलिए पोस्ट कन्टेन्ट में उसी फोटो को रखें, जो आपकी कन्टेन्ट या टॉपिक से मिलता-जुलता हो।
- अपनी पोस्ट कन्टेन्ट में जो इमेज या फोटो इस्तेमाल करते हैं, तो ALT tag में फोकस कीवर्ड add करना न भूले। इससे आपकी image search ranking सुधरती है।
कन्टेन्ट में जरुरत के हिसाब से फोटो का इस्तेमाल करें। अगर जरुरत नहीं है, तो फोटो का इस्तेमाल न करें।
फोटो ज्यादा बड़े नहीं होने चाहिए। अगर ज्यादा बड़े होंगे, तो साइट की लोडिंग स्पीड कम हो जाएगी। इससे साइट की रैंकिंग प्रभावित होगी। फोटो किसी दूसरी वेबसाइट की कॉपी नहीं होनी चाहिए। दूसरे की फोटो या कन्टेन्ट कॉपी करेंगे तो, हो सकता है कि आपकी साइट सर्च रिजल्ट में आनी हीं बंद हो जाए।
10. Content की Quality
- हमेशा Unique और Quality कंटेंट लिखनेका प्रयास करें। दुसरे ब्लॉग को ही कंटेंट copy और paste न करें। यदि आप ऐसा करते है, तो आपको Google penalty भी लग सकती है। यहाँ एक गाइड है – Engaging और SEO-Friendly Blog Posts कैसे लिखें
- कोशिश कीजिए की पोस्ट की कन्टेन्ट कम से कम 1000 शब्दों की हो। अगर कम भी हो तो कम से कम 700 Words का इस्तेमाल जरूर करें। Long कंटेंट Short content की तुलना में Search Engine में बेहतर रैंकिंग प्राप्त करनेमें मदद करते है।
- Google Search Result के प्रथम पेज पर आने के लिए आपके टॉपिक यूनिक और बड़ा होना चाहिए। 100 या 200 शब्दों में लिखकर कभी भी गूगल के प्रथम पेज पर नहीं आया जा सकता है। जिस टॉपिक के बारे में लिख रहे हों, कोशिश कीजिए की पूरी जानकारी दे सकें।
- सर्च इंजन केवल पर्मालिंक या पोस्ट टाईटल को हिं ज्यादा महत्त्व नहीं देते हैं बल्कि दूसरे की मुकाबले आपका कन्टेन्ट कैसा है। इस पर भी ज्यादा फोकस रहते हैं। इसलिए आपका कन्टेन्ट दूसरे के मुकाबले जितना अच्छा होगा, सर्च रिजल्ट में उतना हीं बढ़िया रैंकिंग कर सकेगा।
- जिस किसी टॉपिक के बारे में लिखे पहले उसके बारे में पूरी तरह से रिसर्च कर लें, उसके बाद हीं उस टॉपिक के बारे में लिखें।
- ऐसे टॉपिक पर लिखें जिसके बारे में लोग इन्टरनेट पर ज्यादा सर्च करते हैं। इससे आपके पोस्ट या पेज पर ज्यादा क्लिक होंगे।
11. Breadcrumb
Breadcrumb विजिटर को यह जानने में सहायता करता है कि वे आपकी साइट पर कहां हैं और सर्च इंजन को आपकी साइट के structure data को समझने में मदद करता है।
Google states that
Google Search uses breadcrumb markup in the body of a web page to categorize the information from the page in search results.
हिंदी
Google Search सर्च रिजल्ट में पेज से जानकारी को categorize करने के लिए Breadcrumb Markup का उपयोग करता है।
यहाँ एक आर्टिकल है – Yoast SEO Plugin का उपयोग करके वर्डप्रेस में Breadcrumbs कैसे जोड़ें
यहाँ मैंने आपको कुछ टॉप on Page SEO techniques के बारे में बताया जिन्हें उपयोग करके आप अपनी website traffic को आसानी से बढ़ा सकते है।
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