Search Engine Optimization या SEO का मतलब होता है, Search Engine के रिजल्ट पेज (SERPs) पर बेहतर रैंकिंग करना। किसी भी वेबसाइट और ब्लॉग को इस तरह से ऑप्टिमाइज़ किया जाता है कि वह Search Engine में एक अच्छी रैंक प्राप्त कर सके। Search Engine में यह रैंकिंग स्वाभाविक और नैचरल तरीके से होता है। जिसे “organic” रिजल्ट भी कहा जाता है।
जब भी हम किसी Search Engine से कुछ भी सर्च करते हैं, तो उस Search Engine के रिजल्ट पेज पर अलग-अलग वेब-पेज के लिंक आ जाते हैं। कुछ लिंक organic होते हैं, और कुछ लिंक ऐड देने के कारण रिजल्ट पेज के सबसे ऊपर में रहते हैं। परन्तु Search Engine Optimization के द्वारा हम अपने वेब-पेज और किसी भी ऑनलाइन कन्टेन्ट को इस तरह से ऑप्टिमाइज़ करते हैं, जो स्वाभाविक और organic तरीके से किसी भी Search Engine में अच्छा रैंक करने लगता है।
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Search Engine के रिजल्ट पेज पर जितना अधिक बार हमारे वेब-पेज का लिंक आता है। उस लिंक को क्लिक करके उतना हीं अधिक दर्शक और रीडर हमारे साइट पर आते हैं। इस प्रकार Search Engine Optimization के बाद कोई भी वेबसाइट और वेब-पेज Search Engine के रिजल्ट पेज पर बेहतर रैंक करने लगता है। सभी बड़े Search Engine जैसे गूगल, याहू, बिंग, आदि किसी भी वेब-पेज, इमेज, वीडियो, डॉक्यूमेंट, कन्टेन्ट आदि को अपने रिजल्ट पेज पर यूजर के सर्च किए गए कीवर्ड के अनुसार लाते हैं। जिस यूजर को जो लिंक जरूरत होती है, उसे वह क्लिक करता है।
किसी भी ऑनलाइन बिज़नेस, ऑनलाइन सेवाएँ और ब्लॉग के सफलता के पीछे Search Engine Optimization का बहुत बड़ा योगदान होता है। क्योंकि सफल SEO क बिना आप अपने ब्लॉग या किसी भी ऑनलाइन बिज़नेस को हिट नहीं करा पाएँगे। अतः यही कारण है कि अगर कोई भी वेब-पेज गूगल सर्च रिजल्ट के पहले पेज पर आ रहा है, तो इसका सीधा सा अर्थ है कि इसे बहुत अच्छी तरह से, प्रोफेशनल तरीके से SEO अथवा Search Engine Optimization किया गया है।
कंटेंट की टॉपिक
किसी भी वेबसाइट और ब्लॉग के लिए SEO की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
हमें किसी भी महत्वपूर्ण वेबसाइट और ब्लॉग के बारे में पहले से पता नहीं होता है। इंटरनेट पर ऐसे लाखों वेबसाइट और ब्लॉग पहले मौजूद हैं, जिनके बारे में हम शायद नहीं जानते हैं। कुछ बड़े वेबसाइट को छोड़कर हम दूसरे किसी भी वेबसाइट के बारे में कुछ भी नहीं बता पाएँगे। इसका कारण यही है कि हमें इनके बारे में जरुरत नहीं पड़ती है, और जब जरुरत होती है तब हम इन्टरनेट पर Search Engine से सर्च कर लेते हैं।
इससे यही पता चलता है कि हमारे वेबसाइट और ब्लॉग पर अधिक ट्रैफिक लोगों द्वारा Search Engine से सर्च करने पर होता है। क्योंकि किसी भी बड़े Search Engine जैसे गूगल, याहू, बिंग, में हम कोई भी जरुरत के चीज को सर्च करते हैं, तो हमारे वेबसाइट या ब्लॉग का लिंक सर्च रिजल्ट के पेज पर आ जाता है। जिसे लोगों द्वारा अपने जरुरत के अनुसार क्लीक किया जाता है।
यहीं से शुरुआत होती है किसी भी ऑनलाइन कन्टेन्ट को Search Engine Optimization करने की। क्योंकि आप खुद सोचिए अगर आप किसी भी कीवर्ड से कुछ भी सर्च करते हैं, तो वह Search Engine के रिजल्ट पेज पर एक लिंक के रूप में आता है। और उस लिंक को क्लिक करके हम किसी भी जरुरी इनफार्मेशन के बारे में जानते हैं। पर यह लिंक Search Engine के प्रथम पेज पर आया हुआ लिंक होता है।
अगर हमारे वेबसाइट और ब्लॉग का लिंक बहुत पीछे दस या पन्द्रह पेज में आए तो उस लिंक को बहुत कम क्लिक मिलेगा, क्योंकि Search Engine के उतने पीछे वाले पेज को कोई जल्दी नहीं खोलेगा। ज्यादा से ज्यादा दो या तीन पेज पर आए लिंक को हीं लोगों द्वारा अधिक क्लिक किया जाता है। इससे यही पता चलता है कि किसी भी वेबसाइट, ऑनलाइन बिज़नेस, सेवाएँ, ब्लॉग आदि को सफल होने के लिए उसे Search Engine में बेहतर रैंक करने की जरुरत होती है।
- Search Engine, वेबसाइट और ब्लॉग के ट्रैफिक के लिए सबसे बेहतर – किसी भी वेबसाइट और ब्लॉग पर अधिक ट्रैफिक बड़े कमर्शियल Search Engine जैसे गूगल, याहू और बिंग के द्वारा हीं लाया जाता है। सोशल नेटवर्किंग साइट से भी वेबसाइट पर ट्रैफिक आती है, पर Search Engine ज्यादा ट्रैफिक लाने में सबसे आगे है।
- कीवर्ड के अनुरूप कन्टेन्ट – Search Engine अपने यूजर को उसके द्वारा सर्च किए गए कीवर्ड के हिसाब से कन्टेन्ट पड़ोसता है। जो कन्टेन्ट उसे काम आ सकती है, उसी वेबसाइट के लिंक को Search Engine ढ़ूँढ़ के लाती है। अगर आपके वेबसाइट और ब्लॉग का डाटा Search Engine में मौजूद नहीं है, तो आप अपने वेबसाइट के बहुत बड़े ट्रैफिक को मिस कर सकते हैं।
- Search Engine Optimization में इन्वेस्ट करना जरुरी – Search Engine Optimization में इन्वेस्ट करना किसी भी ऑनलाइन बिज़नेस के सफलता के लिए बहुत आवश्यक होता है। क्योंकि Search Engine Optimization से किसी भी वेबसाइट और ब्लॉग ट्रैफिक बढ़ जाती है, और इस बढ़े हुए ट्रैफिक का फायदा उठाकर हम अपने ऑनलाइन बिज़नेस से रेवन्यू जेनरेट कर सकते हैं।
Search Engine Optimization, Search Engine के लिए कैसे काम करता है?
Search Engine में Search Engine Optimization एक सिस्टम की तरह काम करता है। जहाँ हम Search Engine Optimization के द्वारा अपने किसी भी वेब-पेज को Search Engine के लिए इस तरह से अनुकूल और उपयुक्त बनाते हैं। जिससे हमारे वेब-पेज से सम्बंधित कीवर्ड सर्च होने पर, Search Engine हमारे वेब-पेज के लिंक को सर्च रिजल्ट के पेज पर ला देता है।
एक बड़े लाइब्रेरी को उदाहरण के रूप में देख सकते हैं, जहाँ हजारों किताबें होती हैं जिन्हें हम अकेले नहीं ढूँढ़ सकते हैं। क्योंकि हमें नहीं पता होता है कि कौन सी किताबें कहाँ रखी हुई हैं। अतः लाइब्रेरी में एक लाइब्रेरियन की जरुरत होती है, जो हमें ढूँढ़ने में मदद करता है या फिर बताता है कि कौन से किताबें कहाँ राखी हुई है।
अगर दुनिया के सभी वेब-पजों को किताबों का एक लाइब्रेरी समझा जाए और आपको लाइब्रेरियन माना जाए, और आपसे किसी एक किताब के बारे में लिंक माँगा जाए, तो सोचिए आपको उस किताब को ढूँढ़ना कितना मुश्किल काम होगा। क्योंकि तब आपको हर एक किताब के बारे में पहले से जानकारी होनी बहुत जरुरी होगी, किताब के अंदर क्या है? इसके बारे में भी ठीक-ठीक से ज्ञान होना जरुरी होगा। तभी तो लोगों के द्वारा सर्च करने पर आप उसके लिए एक उपयुक्त और सही लिंक ला पाएंगे।
एक अच्छे लाइब्रेरियन को एक सिस्टम बनाने की जरुरत होगी, जो सिस्टम किताबों के प्रत्येक हैडिंग और उसके अंदर छिपे सभी इनफार्मेशन को बहुत अच्छी तरह से जनता हो। तभी तो यह अपने दर्शकों के द्वारा किसी भी चीज के बारे में सर्च करने पर एकदम सटीक रिजल्ट ला सकेगा।
इसी तरह इंटरनेट पर मौजूद बड़े Search Engine जैसे गूगल, याहू, बिंग एक लाइब्रेरियन के जैसे काम करते हैं। इनके सिस्टम इन्टरनेट पर मौजूद प्रत्येक वेब-पेज के लिंक, इमेज, वीडियो, डोक्युमेन्ट्स, आदि के बारे में बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिए इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले जब भी कोई चीज इंटरनेट से सर्च करके जानना चाहते हैं, तब Search Engine उनके लिए एकदम सर्च कीवर्ड से मिलता-जुलता वेब-पेज और कन्टेन्ट रिजल्ट पेज पर ला देता है। आप भी जरुर जानना चाहेंगे कि Search Engine ये काम कैसे करता है?, इसके लिए Search Engine Algorithm का सहारा लेते हैं, जो इंटरनेट पर मौजूद सभी जानकारी को सर्च रिजल्ट में बदल देता है।
Algorithm क्या है?
Search Engine का algorithm एक यूनिक फॉर्मूला और निर्धारित किए गए अलग-अलग तरह के नियम और रूल्स पर काम करता है, जिसे सभी Search Engine इस algorithm को डिजाईन और इनस्टॉल करना पसंद करते हैं। इस algorithm से Search Engine किसी भी वेब-पेज के मतलब और महत्व को जानने की कोशिश करता है।
algorithm में सेट किए गए नियम और रूल्स से Search Engine यह जानने की कोशिश करते हैं कि वेब-पेज रियल है या फिर स्पैम पेज है। इस पेज में मौजूद कन्टेन्ट कितना आकर्षक है, यह वेब-पेज लोगों के लिए कितना मददगार होगा, ऐसे कई चीजों को Search Engine algorithm के द्वारा जाँचते हैं।
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इस प्रकार Search Engine हीं किसी वेबसाइट के कन्टेन्ट को क्रॉल कर ये निर्णय लेते हैं कि किसी वेब-पेज को सर्च रिजल्ट में कहाँ दिखाना है। किसी वेबसाइट के Search Engine में बेहतर रैंकिंग करने के लिए उसके कन्टेन्ट को बहुत अच्छा होना चाहिए, साथ हीं साथ SEO फ्रेंडली होना भी बहुत जरुरी होता है।
SEO के बिना किसी वेब-पेज को Search Engine में रैंक कराना कितना मुश्किल है?
अभी हर चीज में बहुत ज्यादा कम्पटीशन बढ़ गया है। लाखों और करोड़ों वेबसाइट और वेबपेज होने के बावजूद Search Engine इन सभी को अच्छी तरह से क्रॉल कर लेते हैं। अभी Search Engine बहुत स्मार्ट होते जा रहें हैं इनके रोबोट को अपडेट कर और भी अधिक स्मार्ट बनाया जा रहा है, ताकि ये किसी भी वेब को अच्छी तरह से ऑप्टिमाइज़ कर सके। और सर्च होने पर ये अपने दर्शक को अच्छी कन्टेन्ट दे सके।
Search Engine के स्मार्ट होने के बावजूद इन्हें थोड़ी मदद की आवश्यकता पड़ती है, जिसे हम Search Engine Optimization के द्वारा करते हैं। जैसे एक अच्छे कन्टेन्ट लिखकर, अच्छे SEO टाइटल लिखकर, टॉपिक से सम्बंधित कीवर्ड का इस्तेमाल करके, हैडिंग टैग्स का इस्तेमाल करके, इमेज का इस्तेमाल करके आदि।
बड़े Search Engine लगातार अपने टेक्नोलॉजी में सुधार कर रहें हैं, ताकि वे किसी भी वेब-पेज और इन्टरनेट पर मौजूद किसी भी कन्टेन्ट को डीप्ली स्क्रॉल कर सके, और अपने दर्शक को एक बेहतरीन सर्च रिजल्ट प्रदान कर सके। Search Engine से जिस चीज के बारे में जानना चाहते हों, वह पूरी तरह से वही कन्टेन्ट हो। इसलिए Search Engine Optimization के द्वारा हम सच इंजन को थोड़ी सी मदद कर, अपने वेबसाइट पर हजारों दर्शक ला सकते हैं।
अगर हम Search Engine Optimization नहीं करते हैं, तो हो सकता है की हमारा वेब-पेज इंटरनेट पर मौजूद हजारों कन्टेन्ट के बिच कहीं छुप जाए। Search Engine को पूरी तरह से समझने में दिक्कत हो कि वेब-पेज या कन्टेन्ट किस विषय के बारे में हैं। इसलिए हम Search Engine Optimization के द्वारा Search Engine को समझने में हेल्प करते हैं कि हमारा कन्टेन्ट किस विषय के बारे में है।
Search Engine कन्टेन्ट को क्रॉल कर सर्च रिजल्ट पेज पर एक बेहतर रिजल्ट प्रदान करता है, जिससे ट्रैफिक में सुधार होता है। पर अगर आप Search Engine Optimization को बिना समझे इसे गलत तरीके से करते हैं, तो आपका वेब पेज गायब भी सकता है।
इसलिए Search Engine Optimization को अच्छी तरह से समझ कर किया जाए, तो यह हमारे वेबसाइट की रैंकिंग में बेहतरी के साथ हीं नए-नए दर्शक भी लाने में सहायता करता है।
Search Engine Optimization कितना मुश्किल होता है?
Search Engine Optimization करना बहुत मुश्किल काम नहीं है। इसे हम बेसिक नॉलेज के साथ भी कर सकते हैं। Search Engine Optimization के द्वारा थोड़ी सी सुधार कर, हम अपने ब्लॉग और वेबसाइट के लिए बहुत अच्छा कर सकते हैं। SEO की जानकारी आपको इंटरनेट से फ्री में मिल सकती है, जैसे, की मेरा यह टॉपिक। Search Engine Optimization के बारे में नॉलेज प्राप्त पर आप अपने वेबसाइट के लिए बहुत बेहतर कर सकते हैं, जिससे वह Search Engine के रिजल्ट पेज पर बेहतर स्थान पा सकता है।
SEO एक जटिल विषय है, जिसके बारे में जितना जाने उतना हीं कम है। पर हम अपनी इच्छा शक्ति के द्वारा इस विषय में ज्यादा से ज्यादा नॉलेज प्राप्त कर सकते हैं। पर कुछ बेसिक जानकारी के साथ हीं अगर हम चाहे तो Search Engine में हमारा वेबसाइट अच्छा परफॉर्म कर सकता है।
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Rakesh says
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